Israel-Hamas Conflict: पिछले २ दिन से दुनिया में इजराइल पर हुए आतंकी गुट हमास के द्वारा गाज़ा पट्टी से किये गए हमले की खबर ने बैचेनी पैदा करदी है। अभी रूस औऱ यूक्रेन का युद्ध ख़त्म नहीं हुआ औऱ इजराइल पर हुए हमले ने राजनयिक हलकों में चिंता बढ़ा दी है। आपको बता दे की पिछले शनिवार को आतंकी गुट हमास के लड़ाकों ने गाज़ा पट्टी से इजराइल की सीमाओं में घुस कर हमला किया। ऐसा करने के लिए इन आतंकियों ने हवा, पानी औऱ जमीनी तीनो ही मोर्चो पर एक साथ हमला किया। एक साथ ५००० मिसाइलों से किये हमले ने इजराइल के अभेद्य कहे जाने वाले आयरन डॉम को भी भेद दिया जिसकी वजह से इजराइल में काफी संख्या में जान औऱ माल का नुकसान होने की खबरे आई है।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने वॉर ऑफ़ स्टेट घोषित कर दिया है। इजराइल के द्वारा ये साफ़ कर दिया गया है की अब आर पार की लड़ाई की जाएगी औऱ हमास को पूरी तरह से ख़त्म करके ही दम लेंगे। फिलहाल इजराइल की सेना हमास के आतंकियों को इजराइल की सीमाओं से बाहर करने व मार गिराने के लिए लगी हुई है। हमास के आतंकियों ने इजराइल की सीमाओं में घुस कर हर जगह गोलीबारी औऱ मिसाइल अटैक करते हुए जहाँ जो दिखा उसे मार गिराया चाहे वो सैनिक हो या नागरिक सभी को।
इस हमले को देख कर कहा जा रहा है कि हमास को इस हमले के लिए पीछे से सपोर्ट किया गया है औऱ ये हमला पूरी तरह से बाहरी ताकतों के द्वारा करवाया गया है। इन बाहरी ताकतों में सबसे पहले ईरान का नाम आगे आ रहा है जो कि शुरू से ही हमास के आतंकी संगठन की मदद करता आ रहा है, लेकिन साथ ही पाकिस्तान की भी साजिश इस हमले को हवा देने में दिखाई दे रही है। एक तरफ जहाँ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजराइल के साथ खड़े होने की बात कही है वहीँ अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी इजराइल का साथ देने के साथ ही आर्थिक मदद की भी घोषणा कर दी है। जहाँ दुनिया के अधिकतर देश जिनमे अरब देश भी शामिल है ने इजराइल के साथ खड़े होने की बात की है वही ईरान औऱ पाकिस्तान ने खुलकर फिलिस्तीनियों औऱ हमास के आतंकियों के साथ होने की बात की है। पाकिस्तान के इस प्रकार के रवैये ने उसकी दुनिया के सामने पोल खोल कर रख दी है।
दुनिया में यही चर्चा है की आखिर हमास अभेद्य आयरन डॉम जैसे सुरक्षा कवच को कैसे भेदने में सफल रहा ? क्या ये सुरक्षा चक्र फ़ैल हो गया ? अभी तक यही कहा जाता रहा है की ये सुरक्षा कवच ९०% तक कारगर साबित होता है फिर क्या हुआ ? इन सभी सवालों का जवाब साफ़ है कि कोई भी सुरक्षा चक्र अपनी एक निश्चित सिमा तक ही कारगर साबित होता है। हमास ने बार बार इजराइल पर हवाई हमले किये औऱ हर बार मुँह कि खा कर बैठ गया। बार बार मिली हार ने उसे इस सिस्टम की कमी को समझने का मौका दिया। या यह बोल सकते है कि बाहरी सहायता जो उसे मिली है वही से उसे कुछ नया करने का सुझाव दिया है जिसमे वह सफल रहा। हमास ने एक साथ पांच हजार मिसाइलों से हमला किया जो कि डिफेन्स सिस्टम को चकमा देने में सफल रहा। ऐसा नहीं है कि सभी पांच हजार मिसाइल्स इजराइल में गिरी, आयरन डॉम ने अपना काम सही से किया लेकिन एक साथ आई मिसाइल्स में से यदि ये माना जाये कि १० प्रतिशत गिरी औऱ उनसे जो नुकसान हुआ वही काफी था। फिर हमास के आतंकियों ने हमला भी चौतरफा किया जो अचानक था।
हमास के आतंकियों ने इजराइल की सीमाओं में अपने पैराट्रूपर उतारे, पानी औऱ जमीं के रास्ते अपने आतंकी इजराइल की सीमाओं में भेजे। इन आतंकियों ने खून खराबा तो किया ही साथ ही इजराइल के सेना के अधिकारीयों, सैनिकों व कुछ आम नागरिकों को भी बंधक बना कर उनकी ही वाहनों से गाज़ा पट्टी की सीमाओं में ले गए। हमास के द्वारा इजराइल पर ड्रोन हमले भी किये जा रहे है।
इजराइल के अब तक ६०० से ज्यादा लोग मारे गए है साथ ही ३००० हजार के करीब लोग घायल है। इजराइल ने इस हमले का जवाब देते हुए गाज़ा पट्टी में हवाई हमले करते हुए हमास के सभी ठिकानो को उड़ाना शुरू कर दिया है। हमास के मुख्य ठिकाने को भी उड़ा दिया साथ ही जिन ऊँची इमारतों का इस्तेमाल हमास हवाई हमलों के लिए करता आया है उन्हें इजराइल चुन चुन कर उड़ा रहा है। इजराइल की जवाबी कार्यवाही से हमास के साथ ही गाज़ा पट्टी के नागरिकों के होश उड़े हुए है। वहाँ के नागरिक वहाँ से भाग रहे है। इजराइल के हमले में सैंकड़ों हमास आतंकी औऱ गाज़ा पट्टी के नागरिकों की मौत हुई है। साथ ही हमास के एक कमांडर को भी मार गिराया गया है।
बताया जा रहा है कि लेबनॉन की तरफ से भी इजराइल पर हमले किये जा रहे है। हमास के साथ देने के लिए हिज्बुल्ला आतंकियों ने भी इजराइल पर हवाई हमले शुरू कर दिए है, औऱ तालिबानी आतंकियों की औऱ से भी लड़ाकों को हमास का साथ देने के लिए आगे किया जा रहा है। लेकिन इजराइल ने साफ़ कर दिया है कि अब वे हमास को ख़त्म करके ही दम लेने वाले है। अब देखना है कि ये युद्ध दुनिया को किस औऱ लेकर जाता है। आगे भी इजराइल पर हमले हुए है जिनमे आज तक इजराइल ने कभी हार नहीं मानी औऱ जीत कर ही दिखाया है।